Job Resignation India: नौकरी छोड़ते समय कंपनी से कौन-कौन से डॉक्यूमेंट लेना जरूरी है
आज की तेज़ी से बदलती जॉब मार्केट में नौकरी बदलना एक आम बात हो गई है। बेहतर मौके, वेतन वृद्धि, करियर ग्रोथ या व्यक्तिगत कारणों की वजह से लोग नई नौकरी की तलाश करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप पुरानी नौकरी छोड़ते हैं, तो कंपनी से कौन-कौन से जरूरी डॉक्यूमेंट्स लेने चाहिए?
अगर आप सही समय पर ये ज़रूरी कागज़ात नहीं लेते हैं, तो भविष्य में नौकरी बदलते समय, EPF ट्रांसफर, टैक्स फाइलिंग या वीज़ा प्रोसेस के दौरान आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नौकरी छोड़ते वक्त कंपनी से कौन-कौन से 9 ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स जरूर लेने चाहिए और क्यों ये आपके फ्यूचर के लिए जरूरी हैं।
1. रिलीविंग लेटर (Relieving Letter)
क्या है:
यह पत्र इस बात का प्रमाण होता है कि आपने कंपनी को सभी ज़िम्मेदारियां सौंप दी हैं और कंपनी ने आपको औपचारिक रूप से मुक्त कर दिया है।
क्यों जरूरी है:
- यह आपके अगले एम्प्लॉयर को यह दिखाता है कि आपने पिछली नौकरी सही ढंग से छोड़ी है।
- बिना रिलीविंग लेटर के कई कंपनियां जॉइन करने की अनुमति नहीं देतीं।
2. एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट (Experience Certificate)
क्या है:
यह दस्तावेज़ आपकी सेवा अवधि, पद और प्रदर्शन का प्रमाण होता है।
क्यों जरूरी है:
- करियर में आगे बढ़ने के लिए यह सर्टिफिकेट बहुत अहम होता है।
- यह आपकी कार्यकुशलता और अनुभव को प्रमाणित करता है।
3. सैलरी स्लिप्स (Last 3 to 6 Salary Slips)
क्या है:
यह दस्तावेज़ आपकी सैलरी का ब्रेकडाउन होता है जो हर महीने कंपनी द्वारा जारी किया जाता है।
क्यों जरूरी है:
- नई कंपनी में सैलरी नेगोशिएशन के दौरान काम आता है।
- लोन, क्रेडिट कार्ड या वीज़ा एप्लिकेशन के लिए जरूरी होता है।
4. फॉर्म 16 (Form 16)
क्या है:
यह आयकर कटौती (TDS) का प्रमाण होता है जो कंपनी आपके वेतन से काटती है।
क्यों जरूरी है:
- यह टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए जरूरी होता है।
- इससे यह पता चलता है कि आपकी सैलरी पर कितना टैक्स कटा है और कितना भुगतान हुआ है।
5. इनक्रिमेंट लेटर / सैलरी रिवीजन लेटर (Increment/Revision Letter)
क्या है:
यह दस्तावेज़ आपकी सैलरी में हुई बढ़ोतरी का प्रमाण होता है।
क्यों जरूरी है:
- आपकी ग्रोथ को दर्शाता है।
- भविष्य में सैलरी की सच्चाई को प्रमाणित करने में काम आता है।
6. नॉलेज ट्रांसफर डॉक्यूमेंट (Handover Document)
क्या है:
यह आपके द्वारा किए गए काम, प्रोजेक्ट्स और जिम्मेदारियों का विवरण होता है जिसे आपने टीम या रिप्लेसमेंट को सौंपा है।
क्यों जरूरी है:
- यह कंपनी और नए जॉइनर के लिए मददगार होता है।
- यह दिखाता है कि आपने जिम्मेदारीपूर्वक कार्य सौंपा है।
7. EPF ट्रांसफर डिटेल्स / UAN अपडेट (EPF/UAN Details)
क्या है:
अगर आप नौकरी बदलते हैं, तो EPF (Employees’ Provident Fund) अकाउंट को नए एम्प्लॉयर के साथ जोड़ना होता है।
क्यों जरूरी है:
- पुरानी कंपनी से EPF ट्रांसफर कराने के लिए जरूरी।
- UAN (Universal Account Number) में सही जानकारी अपडेट कराना जरूरी होता है।
8. नॉन-डिस्क्लोज़र एग्रीमेंट / नॉन-कम्पीट क्लॉज (If Applicable)
क्या है:
कई कंपनियां कर्मचारियों से यह एग्रीमेंट कराती हैं कि वे संवेदनशील जानकारी को बाहर साझा नहीं करेंगे या किसी प्रतिस्पर्धी कंपनी में तुरंत काम नहीं करेंगे।
क्यों जरूरी है:
- भविष्य में लीगल परेशानियों से बचने के लिए इसे पढ़ना और कॉपी रखना जरूरी होता है।
- नई कंपनी में जॉइन करने से पहले इन क्लॉज़ को समझना जरूरी है।
9. क्लियरेंस सर्टिफिकेट (Full & Final Settlement Statement)
क्या है:
यह दस्तावेज़ इस बात का प्रमाण है कि कंपनी ने आपके सारे बकाया जैसे छुट्टियों का पैसा, बोनस, इंसेंटिव आदि का भुगतान कर दिया है।
क्यों जरूरी है:
- किसी भी फाइनेंशियल विवाद से बचने के लिए।
- यह अंतिम सैलरी का लेखा-जोखा होता है जो भविष्य में काम आता है।
बोनस टिप: अपने सभी डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करके डिजिटल फॉर्मेट में रखें
भविष्य में किसी भी जरूरत के समय यदि मूल प्रति खो जाए तो डिजिटल कॉपी बहुत काम आती है। आप Google Drive, Dropbox या किसी सुरक्षित क्लाउड स्टोरेज में इसे सेव कर सकते हैं।
निष्कर्ष
नौकरी छोड़ते समय भावनात्मक जुड़ाव के कारण हम अक्सर जरूरी चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन याद रखें, करियर की निरंतरता और आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए ये डॉक्यूमेंट्स बेहद जरूरी हैं।
तो अगली बार जब आप नौकरी छोड़ें, तो इन 9 डॉक्यूमेंट्स को लेना बिल्कुल न भूलें।
आपका यह छोटा सा कदम भविष्य में बड़े फायदों का रास्ता खोल सकता है।
अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो इसे अपने दोस्तों और सहकर्मियों के साथ जरूर शेयर करें जो नौकरी बदलने की योजना बना रहे हैं।